तिरंगा #लेखनी दैनिक काव्य प्रतियोगिता -26-Jan-2023
चौपई छंद (जयकारी छंद)
सृजन शब्द - तिरंगा
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देख तिरंगा,बढ़ता शान।
इसका न कभी, हो अपमान।।
देश हमारा, सबसे खास।
आता सबको, है यह रास।।
आज तिरंगा , आया याद।
कल सड़कों पर, उसके बाद।।
स्वतंत्रता दिन , भरकर जोश।
खोना मत फिर,अपने होश।।
इसमें सुंदर, तीनों रंग।
देते शिक्षा, बदलो ढंग।।
झुकने मत दो, इसको आज।
इससे बचती , अपनी लाज।।
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कविता झा'काव्या '
# लेखनी दैनिक काव्य प्रतियोगिता
Renu
27-Jan-2023 03:39 PM
👍👍🌺
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
27-Jan-2023 02:12 PM
बहुत ही सुंदर सृजन
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Abhinav ji
27-Jan-2023 08:50 AM
Very nice
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