Kavita Jha

Add To collaction

तिरंगा #लेखनी दैनिक काव्य प्रतियोगिता -26-Jan-2023

चौपई छंद (जयकारी छंद)
सृजन शब्द - तिरंगा
*********************
देख तिरंगा,बढ़ता शान।
इसका न कभी, हो अपमान।।
देश हमारा, सबसे खास।
आता सबको, है यह रास।।

आज तिरंगा , आया याद।
कल सड़कों पर, उसके बाद।।
स्वतंत्रता दिन , भरकर जोश।
खोना मत फिर,अपने होश।।

इसमें सुंदर, तीनों रंग।
देते शिक्षा, बदलो ढंग।।
झुकने मत दो, इसको आज।
इससे बचती , अपनी लाज।।
***
कविता झा'काव्या '
# लेखनी दैनिक काव्य प्रतियोगिता 

   15
6 Comments

Renu

27-Jan-2023 03:39 PM

👍👍🌺

Reply

बहुत ही सुंदर सृजन

Reply

Abhinav ji

27-Jan-2023 08:50 AM

Very nice

Reply